Published on: 31 Oct 2025
आईजीयू में “नशा मुक्त भारत अभियान” के तहत जागरूकता व्याख्यान का आयोजन।
इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर, रेवाड़ी में छात्र कल्याण विभाग द्वारा “नशा मुक्त भारत अभियान” के अंतर्गत एक जागरूकता व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्री यशपाल आर्य जी, प्रांत सचिव, आरोग्य भारती, हरियाणा रहे। कार्यक्रम की शुरुआत आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि जी को पुष्प अर्पित कर की गई।
अधिष्ठाता छात्र कल्याण विभाग प्रोफेसर करण सिंह ने मुख्य वक्ता एवं अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को नशा मुक्ति के लिए प्रेरित किया और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि नशे से दूर रहना ही सच्चे अर्थों में सुखी और सफल जीवन की कुंजी है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. दिलबाग जी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए नशे जैसी कुरीतियों से बचने और अच्छे कार्यों के लिए प्रेरणा लेने हेतु प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को अपने जीवन में सकारात्मकता और अनुशासन लाना चाहिए ताकि वे समाज के निर्माण में योगदान दे सकें।
मुख्य वक्ता श्री यशपाल आर्य जी ने नशा मुक्ति के सामाजिक, मानसिक और शारीरिक प्रभावों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय की चकाचौंध में इतने व्यस्त हो गए कि तनाव भरी जिंदगी को आसान बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के नशे स्मैक, शराब, पान गुटखा तम्बाकू, इंजेक्शन, परफ्यूम, मोबाइल, फास्ट फूड का उपयोग करते करते रिश्ते-नाते भूल गए जिसके कारण शारीरिक और मानसिक रोगों से ग्रस्त हो गए हैं। हमारे परिवारों की और सामाजिक व्यवस्था भी चरमरा गई है। हम सभी ने प्राचीन भारतीय जीवन पद्धति को अपनाकर आचरण में सुधार करना चाहिए।
इस कार्यक्रम में आरोग्य भारती की टीम के सदस्यों के साथ-साथ विश्वविद्यालय प्रबंधन समिति का भी पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ। जीव विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर पंकज कुमार त्यागी ने युवाओं को नशामुक्त भारत के निर्माण में सक्रिय योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में मनोविज्ञान विभाग तथा योग विभाग के शिक्षकों और विद्यार्थियों की भी सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम के माध्यम से 150 से अधिक विद्यार्थियों को नशा मुक्ति के प्रति जागरूक किया गया तथा सभी को समाज में नशामुक्त वातावरण के निर्माण हेतु प्रेरित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में नशा मुक्ति अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. बीरेंद्र सिंह ने सभी उपस्थित विद्यार्थियों, शिक्षकों और स्वयंसेवकों को नशा न करने की शपथ दिलाई तथा उन्हें यह संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया कि वे स्वयं भी नशा नहीं करेंगे और दूसरों को भी इससे दूर रहने के लिए जागरूक करेंगे।
कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. अनीता द्वारा किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संगीता यादव द्वारा प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षकगण और छात्र-छात्राएँ बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन छात्र कल्याण विभाग द्वारा किया गया।